रामानंद सागर कृत श्री कृष्ण भाग 20 - बाल कृष्ण की मण्डली का माखन चुराना

बजरंग बाण | पाठ करै बजरंग बाण की हनुमत रक्षा करै प्राण की | जय श्री हनुमान | तिलक प्रस्तुति 🙏 Ramanand Sagar’s Shree Krishna Episode 20 - Kanha’s theft of Makhan with Gokul’s cowherds धीरे-धीरे समस्त गोकुलवासियों को बाल कृष्ण के अलौलिक रूप से आनंद आने लगता है। ग्वालिनें बाल कृष्ण के द्वारा अपने हाथों से बनाये गये माखन को चुरा कर खाने प्रतिक्षा करने लगती है क्योंकि सब चाहती है कि जब उनके द्वारा बनाया माखन बाल कृष्ण खाये तो वह उनकी बाल लीलाओं का आनंद ले सके। इसलिये वह सब जब भी बाल कृष्ण को माखन चोरी करते हुये पकड़ती है तब यशोदा से शिकायत करने के बहाने बाल कृष्ण अपने साथ नचाती और चुंबन करती है। इस पर भगवान श्री कृष्ण राधा जी को बताते है कि यह सब ग्वालिनें पिछले जन्मों में बड़े-बड़े सिद्ध और तपस्वी थे, जिन्होंने धोर तपस्या करके उनके साथ ममता का रिश्ता माँगा था और उनकी माता बनना चाहते थे। एक साथ सबकी माता बना नहीं जा सकता है इसलिये इस जन्म उन सबकी इच्छा पूरी कर रहे है। बाल कृष्ण को ग्वालिनों को नाचता छोड़ माखन चुराकर अपने सखाओं के लिये ले जाते है और इस पर जब कुछ ग्वालिनें यशोदा से शिकायत करने की बात करती है तो कुछ ग्वालिनें बाल कृष्ण के सानिध्य के आनंद को अनमोल बता शिकायत करने से मना करती है। बाल कृष्ण ग्वालिनों से चुराया हुआ माखन को अपने सखाओं को दे अपने साथ ग्वालिनों द्वारा नचाये जाने और चुंबन लिये जाने के कारण आगे से उनके सब के लिये ग्वालिनों के द्वारों पर जाने से मना कर देते है। जब बाल कृष्ण अपने लिये अपनी मैया से ही माखन मिल जाने की बात करते है क्योंकि उनके बाबा के ढेर सारी गाय होती है। उसके सखा जो कि अधिकतर चारवाहों के परिवार से होते है कहते है कि इस प्रकार तो उन सब को जीवन में क
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