वह चिड़िया जो | कविता | केदारनाथ अग्रवाल | CBSE | CLASS VI | KEDARNATH AGARWAL | VAH CHIDIYA JO

वह चिड़िया जो | कविता | केदारनाथ अग्रवाल | CBSE | CLASS VI | KEDARNATH AGARWAL | VAH CHIDIYA JO Website Link : वह चिड़िया जो (कविता) - केदारनाथ अग्रवाल @hindiacademy2024 वह चिड़िया जो चोंच मारकर दूध - भरे झुंडी के दाने रुचि से , रस से खा लेती है वह छोटी संतोषी चिड़िया नीले पंखोंवाली मैं हूँ अन्न से बहुत प्यार है। वह चिड़िया जो कंठ खोलकर बूढ़े वन - बाबा की खातिर रस उँडेलकर गा लेती है वह छोटी मुँह बोली चिड़िया नीले पंखोंवाली मैं हूँ मुझे विजन से बहुत प्यार है । वह चिड़िया जो चोंच मारकर चढ़ी नदी का दिल टटोलकर जल का मोती ले जाती है वह छोटी गरबीली चिड़िया नीले पंखोंवाली मैं हूँ मुझे नदी से बहुत प्यार है। @PebblesCBSEBoardSyllabus @CBSE @VidyaWiseofficial @simplifiedcbse @HindiKavita @hindiliteraturebykumarsarv7604 @LetsCrackNTAUGCNET
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