सरपंच की तानाशाही खा गयी गांव की सड़क।

सोचिए आपके गाँव में कुल जनसंख्या हो सौ लोगों की और केवल एक व्यक्ति निन्यानवे लोगों को हाँक रहा हो। अपनी मर्ज़ी से भेड़ बकरियों की तरह। निरंकुश राजा...
Back to Top