प्रज्ञा वर्धन स्तोत्रं | Pragya Vardhan Stotram | Saraswati Kartikeya Mantra

प्रज्ञा वर्धन स्तोत्रं | Pragya Vardhan Stotram | Saraswati Kartikeya Mantra प्रज्ञावर्धन स्तोत्र एक ऐसा स्तोत्र है जो कि स्मरण शक्ति को तीव्र करता है। स्मृति का तीव्र होना एक बहुचर्चित व्यक्तित्व कि पहचान है। आज के युग में वही व्यक्ति सफल होता है जो प्रत्येक स्थित - पारिस्थित को याद रख पाता है। यह स्तोत्र विद्यार्थियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। विद्यार्थी जन इसका नित्य पाठ कर किसी भी विषय का अध्यन सरलता पूर्वक कर सकते हैं, और उनका पढ़ा हुआ उन्हें निश्चित याद होगा यह सर्व सिद्ध है हर रोज इस स्तोत्र के 11 पाठ तथा मंत्र के 108 जप करने से बुद्धि में सुधार, ज्ञान में वृद्धि तथा हर परीक्षा में उत्तम परिणाम की प्राप्ति होती है। ❤ भक्तिमय भजन, मन्त्र, धर्म, कर्म, ज्ञान और साथ ही राजस्थान के लोक कलाकारों से जुड़े रोचक वीडियोस देखने के लिए सब्सक्राइब करें हमारे यूट्यूब चैनल को और नयी वीडियो की जानकारी के लिए क्लिक करे नोटिफिकेशन बेल आइकॉन पर | ★ पंडित जी से जुड़े रहने के लिए यहाँ क्लिक करे :- ★ यहाँ आप धर्म, कर्म, ज्ञान और भक्ति से जुड़े रोचक तथ्यों के माध्यम से सुन सकते हैं, और अपने जीवन को भक्तिमय तरीके से परम आनंदमय बना सकते हैं | साथ ही राजस्थान के लोक कलाकारों की प्रस्तुतियों का आनंद भी उठा सकतें हैं| पंडित रवि कान्त शर्मा के द्वारा पुष्कर के प्रधान वराह घाट पर स्थित प्राचीन श्री रघुनाथ जी के मंदिर की नित्य सेवा आराधना की जाती है, यह सेवा विगत 350 वर्षों से श्री रामानुज पांचरात्र आगमांतर्गत परम्परानुसार अनवरत की जा रही है | अखिल कोटि ब्रह्माण्ड नायक जगत पिता ब्रह्मा जी के एकमात्र तीर्थ सरोवर का प्रात: पूजन एवं सायंकाल सूर्यास्त के समय
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