Rajesh Khanna Ever green Speech Ye bhi ek daur hai woh bhi ek daur tha

इज़्ज़तें शोहरतें चाहतें उल्फ़तें कोई भी चीज़ दुनिया में रहती नहीं आज मैं हूं जहां कल कोई और था...आज मैं हूं जहां कल कोई और था ये भी एक दौर है वो भी एक दौर था
Back to Top