Nar Ho, Na Nirash Karo Man Ko Hindi Kavita - Mathili Sharan Gupt नर हो न निराश करो मन को मैथिलीशरण

Nar Ho, Nar Ho, Na Nirash Karo Man Ko Hindi Kavita - Mathili Sharan Gupt नर हो, न निराश करो मन को कुछ काम करो, कुछ काम करो जग में रह कर कुछ नाम करो यह जन्म हुआ किस अर्थ अहो समझो जिसमें यह व्यर्थ न हो कुछ तो उपयुक्त करो तन को नर हो, न निराश करो &
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