इस रमज़ान में जानिए मुस्लिम मजहब में आखिरत की हकीकत | Ramadan 2024

नमस्कार दर्शकों! आज का वीडियो इस्लाम धर्म में फैली कुछ भ्रांतियों के बारे में है। हम इन भ्रांतियों को पवित्र कुरान मजीद के प्रमाणों के आधार पर उजागर करेंगे। भ्रांति #1: कादर अल्लाह:- कई मुसलमान मानते हैं कि जिस अल्लाह ने हजरत मुहम्मद को कुरान का ज्ञान दिया, वह कादर अल्लाह (पूर्ण समर्थ परमात्मा) है। लेकिन कुरान मजीद से यह सिद्ध होता है कि कुरान ज्ञान दाता अल्लाह कादर अल्लाह नहीं है। प्रमाण: - सूरह अस् सज्दा 32:4 में कहा गया है कि अल्लाह ने आसमानों और जमीन को छः दिन में बनाया और फिर सिंहासन पर विराजमान हुआ। - सूरह बकरा 2:255 में कहा गया है कि अल्लाह जीवित और शाश्वत है, वह कभी नहीं सोता और न ही उसे ऊँघ लगती है। निष्कर्ष:- - कुरान ज्ञान दाता अल्लाह कादर अल्लाह नहीं है क्योंकि वह सिंहासन पर विराजमान है, और जो सिंहासन पर विराजमान है, वह निराकार नहीं हो सकता। - कादर अल्लाह वह है जिसने सारी सृष्टि की रचना की और जो अपने सच्चे भक्तों के पापों को नाश कर देता है। भ्रांति #2: पुनर्जन्म:- इस्लाम धर्म में यह धारणा है कि मृत्यु के बाद कयामत तक कब्रों में रहना होगा, और कयामत के बाद जन्नत या जहन्नुम में भेजा जाएगा। लेकिन कुरान मजीद से यह सिद्ध होता है कि इस्लाम धर्म में भी पुनर्जन्म होता है। प्रमाण: - सूरह कहफ 18:47-48 में कहा गया है कि पृथ्वी खुला मैदान पड़ा होगा और पर्वत नहीं रहेंगे, और सभी लोग अपने कर्मों का फल प्राप्त करने के लिए पंक्ति में खड़े होंगे। - सूरह अल बकरा 2:243 में कहा गया है कि अल्लाह ने लोगों को मरने के बाद दोबारा जीवन प्रदान किया। निष्कर्ष:- - कुरान मजीद से यह सिद्ध होता है कि इस्लाम धर्म में भी पुनर्जन्म होता है। - कयामत तक कब
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