Chalna Hamara Kaam Hai | Shivmangal Singh Suman | चलना हमारा काम है | Hindi Inspirational Poem

Chalna Hamara Kaam Hai | Shivmangal Singh Suman | चलना हमारा काम है | Hindi Inspirational Poem | Recited by Simerjeet Singh | गति प्रबल पैरों में भरी गति प्रबल पैरों में भरी फिर क्यों रहूं दर दर खडा जब आज मेरे सामने है रास्ता इतना पडा जब तक न मंजिल पा सकूँ, तब तक मुझे न विराम है, चलना हमारा काम है। कुछ कह लिया, कुछ सुन लिया कुछ बोझ अपना बँट गया अच्छा हुआ, तुम मिल गई कुछ रास्ता ही कट गया क्या राह में परिचय कहूँ, राही हमारा नाम है, चलना हमारा काम है। ज
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