Varaha Kavacham | वराह कवच | फलश्रुति के साथ | Varaha Kavacham Benefits | Varaha Kavacham Lyrics

जो साधक एकाग्र मन से इस कवच का पाठ करता है उसकी अकाल मृत्यु का नाश हो जाता है | उस साधक को सभी देवता नमन करते हैं | उसके सारे पापों का नाश होता है | () उसके सभी रोगों, शत्रुओं और दुखों का सर्वनाश हो जाता है | उसे ब्रह्मविद्या का बोध होता है | उसे सभी प्रकार की लक्ष्मी और सम्पदा प्राप्त हो जाती है | इस वराह कवच का 1 लाख जाप करने से और दशांश हवन करने से साधक अथाह भूसम्पत्ति की प्राप्ति करता है | दुष्ट ग्रह और भूतप्रेतादि उसे देखते ही पलायन कर जाते हैं | यह वराह कवच विष्णुलोक का प्रदाता है | भगवान् ब्रह्मा ने सृष्टि और भूमि का निर्माण किया | लेकिन इसे हिरण्याक्ष नामक दैत्य ने सागर के भीतर भू देवी को अपना तकिया बना लिया तथा देवताओं के डर से विष्ठा का घेरा बना लिया | सभी देव तो विष्ठा के पास तक नहीं जा सकते थे, एक शूकर ही था जो विष्ठा के समीप जा सकता था | ब्रह्मा नें भगवान विष्णु का ध्यान किया और भगवान विष्णु ने नासिका से वाराह नारायण को जन्म दिया | और पृथ्वी को ऊपर लाने की आज्ञा दी। वाराह भगवान समुद्र में उतरे और हिरण्याक्ष का संहार कर भू देवी को मुक्त किया | Disclaimer: This channel DOES NOT promotes or encourages any illegal activities and all content provided by this channel is meant for EDUCATIONAL PURPOSE only. ---------------------------------------------------------------------------------------------------------------- Copyright Disclaimer under Section 107 of the copyright act 1976, allowance is made for fair use for purposes such as criticism, comment, news reporting, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favour of fair use.
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